स्मार्ट फोन रखने वाले लोगों के लिए जरूरी सुचना जिसे जानना बेहत जरूरी है। Instructions for people with smart phones Which is very important to know.
स्मार्ट फोन रखने वाले लोगों के लिए जरूरी सुचना
जिसे जानना बेहत जरूरी है।
Instructions for people with smart phones
Which is very important to know.
जिस तरीके से हमारे जीवन में हर काम पर आने वाला स्मार्टफोन जीतना बेहद जरूरी बन गया उतना ही इसका नुकसान देख कर आप सोच में पड़ जाएंगे क्योंकि आपका स्मार्टफोन जीतना ही आपके जिंदगी में अहम भूमिका निभाता है उतना ही आपके सेहत पर गंभीर बीमारी पैदा करता है।
तो चलिए जानते हैं यह स्मार्टफोन से होने वाले गंभीर बीमारियों के बारे में और इसका रोकथाम क्योंकि अगर अभी आप लोगों ने इसका रोकथाम नहीं किया तो आने वाले समय में गंभीर बीमारी के शिकार बन सकते हैं।
इसलिए हमेशा आप लोगों के लिए इस प्रकार का पोस्ट डालता रहता हूं जिससे आप स्वस्थ और निरोगी जीवन व्यतीत कर सकें।
तो चलिए जानते हैं स्मार्ट फोन से होने वाले बीमारियों और नुकसान के बारे में।
मोबाइल रेडिएशन:-
Mobile Radiation: -
मोबाइल रेडिएशन एक प्रकार की विद्युत चुंबकीय तिरंगे होती है।
यह विद्युत चुंबकीय किसी ऊर्जा को किसी अन्य ऊर्जा के रूप में प्रवाह की जाती है।
जो मोबाइल और विद्युत चुंबकीय प्रवाह के बीच में कनेक्टिविटी होती है जिसे मोबाइल रेडिएशन कहते हैं इस के संपर्क में आने पर यह हमारे सेहत के लिए बहुत ही नुकसानदायक है।
इसे भी पढ़िए:- पानी पीने के साथ इन कामों में भी है असरदार
मोबाइल रेडिएशन कोड किसी प्रकार से काम समझने की दिक्कत नहीं करनी चाहिए क्योंकि यह चुंबकीय कि नहीं बहुत ही खतरनाक होती है। इतनी खतरनाक की हमारे सेहत पर अनेक प्रकार की बीमारियां पैदा करती हैं।
तो चलिए जानते हैं मोबाइल रेडिएशन से होने वाली तमाम बीमारियां और दिक्कतें।
चक्कर आना:-
अधिक फोन इस्तेमाल करने से या अपने स्मार्टफोन को आपने बॉडी के संपर्क में रखने से चक्कर आना आम बात है।
बॉडी के संपर्क में स्मार्टफोन रखने से एक खास प्रकार के मोबाइल रेडिएशन के कारण विद्युत चुंबकीय हमारे दिमाग में प्रवेश करती है प्रवेश करने से दिमाग में प्रॉब्लम प्रकट कर देती है जिस कारण से चक्कर आना स्टार्ट हो जाती है इसलिए हमें जहां तक हो सके अपने स्मार्टफोन को बॉडी के संपर्क से दूर रखें अधिक फोन का इस्तेमाल ना करें।
सिर दर्द:-
Headache:-
हमारे शरीर में 70% पानी होता है और दिमाग में 90% जल की मात्रा होती है।
लेकिन हमारे द्वारा अधिक अधिक समय तक स्मार्टफोन इस्तेमाल करने से मोबाइल रेडिएशन निकल के हमारे शरीर और दिमाग की जल की मात्रा को कम कर देता है जिस कारण से सिर में जल की मात्रा कम होने के कारण सिरदर्द प्रकट हो जाती है।
इसलिए आप अपने स्मार्टफोन को गंभीरता नहीं लेने की जरूरत है इसको आप आम नहीं सोचना चाहिए।
आंखों की रोशनी कम होना:-
Lights of eyesight: -
अधिक समय तक स्मार्ट फोन इस्तेमाल करने से मोबाइल फोन की स्क्रीन पर पड रही रोशनी एमारे आंख की रेटीना से टकराती है।
जिस कारण कुछ महीने या साल बाद अखियां की रोशनी कम होने लगती है और आपको देखने में दिक्कत आ आने लगती है।
किस अलीगढ़ मुझे आप लोगों से यह कहना है कि आप जहां तक हो कम फोन इस्तेमाल करें या किसी प्रकार का अपनी आंखों पर चश्मा लगाकर इस्तेमाल करें जिससे आपकी आंखों पर इस की रोशनी नहीं जा पाएगी और आपकी आंखों में किसी प्रकार का दिक्कत नहीं होगा।
इसे भी पढ़िए:- आंखों के रोशनी बढ़ाने के लिए अचूक नुस्खे
थकान महसूस होना:-
Feeling tired: -
अधिक फोन के इस्तेमाल से शरीर की 70% पानी का कुछ भाग मोबाइल रेडिएशन के कारण सूख जाता है इस कारण से आपको हर समय थकान महसूस होता है इसलिए आप मोबाइल को अपने बॉडी के संपर्क से दूर रखें जिस कारण आपकी शरीर में 70% पानी रहेगा मोबाइल रेडिएशन आपके शरीर के पानी को सोख नहीं पायेगा।
जिस कारण आप को थकान जैसे दिखते महसूस नहीं होगी।
नींद पूरी नहीं होना:-
Sleep is not complete: -
आप अधिक समय तक फोन इस्तेमाल करने से आपकी नींद पूरी नहीं हो पाती। इसलिए आप चिड़चिड़ापन का शिकार हो जाते हैं और आपको नींद न लगने की बीमारी होने लगती है इसलिए आप जहां तक हो सके मोबाइल फोन का कम इस्तेमाल कीजिए।
जोड़ों में दर्द:-
Joint pain:
मोबाइल रेडिएशन के कारण आपके जोड़ों में दर्द सोना स्टार्ट हो जाता है क्योंकि मोबाइल रेडिएशन के कारण प्रकाश प्रकार का विद्युत चुंबकीय तरंग उत्पन्न करता है जिस कारण से आपके शरीर में 70% पानी को सूखना स्टार्ट कर देता है इसलिए आपके जोड़ों में दर्द होना आम बात है।
कैंसर होना:-
Cancer:
स्मार्टफोन जितना हमे साफ दिखाई देता है अक्सर वह वह इतना साफ नहीं होता क्योंकि हमारे स्मार्ट फोन पर काफी छोटे आकार के कीटाणु पाए जाते हैं जो हमें अनेक प्रकार के कैंसर या अनेक प्रकार के बीमारी का कारण बनते हैं हमें अपने बॉडी के संपर्क में रखने पर हमारे शरीर से चिपक कर कैंसर का निर्माण करते हैं इसलिए हमें स्मार्टफोन अपने बॉडी/शरीर के संपर्क से दूर रखना चाहिए।
नोमोफोबिया:-
Nomophobia
नोमोफोबिया एक प्रकार का बीमारी होता है जिसमें हमें किसी ना किसी प्रकार का भ्रम बन जाता है हमें कई बार ऐसा लगने लगता है कि फो साइलेंट में होने के बाद भी बज रहा हो या आपका फोन में एयर फोन लगा हो या आपका फोन स्विच ऑफ सो इस प्रकार के प्रॉब्लम पैदा कर देता है जिसे नोमोफोबिया कहते हैं यह एक प्रकार का अधिक फोन का इस्तेमाल करने से होने वाला बीमारी है।
ब्रेन ट्यूमर:-
Brain tumor:
अगर आप हर रोज आधे घंटे से या उस से अधिक फोन इस्तेमाल करते हैं तो आप लोग लोग ब्रेन ट्यूमर के शिकार बन सकते हैं इंटरफोन स्टडी में कहा गया है कि अगर यदि आप हर रोज आधे घंटे से अधिक फोन इस्तेमाल करते हैं तो आप को 200 से 400 फ़ीसदी तक ब्रेन ट्यूमर होने की आशंका बढ़ जाती है।
इसे भी पढ़िए:- आप कोलगेट से ब्रश करते हैं तो आप की जान को खतरा है।
इस प्रकार की बीमारी से बचने के उपाय:-
1)आप जहां तक हो सके कम से कम फोन इस्तेमाल कीजिए।
2)आप अपने फोन को अपनी बॉडी के संपर्क से दूर रखें।
3) आप रात को या दिन में सोते समय अपने फोन को अपने तकिए के नीचे रखकर ना सोएं।
4) फोन से बात करते समय हमेशा ईयर फोन लगाकर बात करें।
5) महिलाएं अपनी smartphone को पर्स में रख सकते हैं। पुरुष अपने पेंट की जेब में रख सकते हैं या जहां तक हो सके हाथ में ही रखें।
6) अगर आप चाहते हैं मोबाइल से निकल रहे मोबाइल रेडिएशन से किसी प्रकार का शरीर पर प्रभाव ना पड़े तो आप मार्केट से एक प्रकार के एंटी रेडिएशन सीख ले सकते हैं और अपने बॉडी के संपर्क में रख सकते हैं इससे मोबाइल से निकल रहे हैं मोबाइल रेडिएशन आपके शरीर पर किसी प्रकार का दुष्प्रभाव नहीं डालेगा या आप नीचे लिंक से ऑनलाइन अमेजॉन से ऑर्डर कर सकते हैं।
ये आपको काफी कम प्राइस में मिल जाएगा।
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मुझे आशा है कि यह मेरा दोस्त आप लोगों को बहुत है हेल्पफुल होगा आप मेरे पोस्ट को अपने दोस्तों रिश्तेदारों में शेयर कीजिए।
जिसे जानना बेहत जरूरी है।
Instructions for people with smart phones
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जिस तरीके से हमारे जीवन में हर काम पर आने वाला स्मार्टफोन जीतना बेहद जरूरी बन गया उतना ही इसका नुकसान देख कर आप सोच में पड़ जाएंगे क्योंकि आपका स्मार्टफोन जीतना ही आपके जिंदगी में अहम भूमिका निभाता है उतना ही आपके सेहत पर गंभीर बीमारी पैदा करता है।
तो चलिए जानते हैं यह स्मार्टफोन से होने वाले गंभीर बीमारियों के बारे में और इसका रोकथाम क्योंकि अगर अभी आप लोगों ने इसका रोकथाम नहीं किया तो आने वाले समय में गंभीर बीमारी के शिकार बन सकते हैं।
इसलिए हमेशा आप लोगों के लिए इस प्रकार का पोस्ट डालता रहता हूं जिससे आप स्वस्थ और निरोगी जीवन व्यतीत कर सकें।
तो चलिए जानते हैं स्मार्ट फोन से होने वाले बीमारियों और नुकसान के बारे में।
मोबाइल रेडिएशन:-
Mobile Radiation: -
मोबाइल रेडिएशन एक प्रकार की विद्युत चुंबकीय तिरंगे होती है।
यह विद्युत चुंबकीय किसी ऊर्जा को किसी अन्य ऊर्जा के रूप में प्रवाह की जाती है।
जो मोबाइल और विद्युत चुंबकीय प्रवाह के बीच में कनेक्टिविटी होती है जिसे मोबाइल रेडिएशन कहते हैं इस के संपर्क में आने पर यह हमारे सेहत के लिए बहुत ही नुकसानदायक है।
इसे भी पढ़िए:- पानी पीने के साथ इन कामों में भी है असरदार
मोबाइल रेडिएशन कोड किसी प्रकार से काम समझने की दिक्कत नहीं करनी चाहिए क्योंकि यह चुंबकीय कि नहीं बहुत ही खतरनाक होती है। इतनी खतरनाक की हमारे सेहत पर अनेक प्रकार की बीमारियां पैदा करती हैं।
तो चलिए जानते हैं मोबाइल रेडिएशन से होने वाली तमाम बीमारियां और दिक्कतें।
चक्कर आना:-
अधिक फोन इस्तेमाल करने से या अपने स्मार्टफोन को आपने बॉडी के संपर्क में रखने से चक्कर आना आम बात है।
बॉडी के संपर्क में स्मार्टफोन रखने से एक खास प्रकार के मोबाइल रेडिएशन के कारण विद्युत चुंबकीय हमारे दिमाग में प्रवेश करती है प्रवेश करने से दिमाग में प्रॉब्लम प्रकट कर देती है जिस कारण से चक्कर आना स्टार्ट हो जाती है इसलिए हमें जहां तक हो सके अपने स्मार्टफोन को बॉडी के संपर्क से दूर रखें अधिक फोन का इस्तेमाल ना करें।
सिर दर्द:-
Headache:-
हमारे शरीर में 70% पानी होता है और दिमाग में 90% जल की मात्रा होती है।
लेकिन हमारे द्वारा अधिक अधिक समय तक स्मार्टफोन इस्तेमाल करने से मोबाइल रेडिएशन निकल के हमारे शरीर और दिमाग की जल की मात्रा को कम कर देता है जिस कारण से सिर में जल की मात्रा कम होने के कारण सिरदर्द प्रकट हो जाती है।
इसलिए आप अपने स्मार्टफोन को गंभीरता नहीं लेने की जरूरत है इसको आप आम नहीं सोचना चाहिए।
आंखों की रोशनी कम होना:-
Lights of eyesight: -
अधिक समय तक स्मार्ट फोन इस्तेमाल करने से मोबाइल फोन की स्क्रीन पर पड रही रोशनी एमारे आंख की रेटीना से टकराती है।
जिस कारण कुछ महीने या साल बाद अखियां की रोशनी कम होने लगती है और आपको देखने में दिक्कत आ आने लगती है।
किस अलीगढ़ मुझे आप लोगों से यह कहना है कि आप जहां तक हो कम फोन इस्तेमाल करें या किसी प्रकार का अपनी आंखों पर चश्मा लगाकर इस्तेमाल करें जिससे आपकी आंखों पर इस की रोशनी नहीं जा पाएगी और आपकी आंखों में किसी प्रकार का दिक्कत नहीं होगा।
इसे भी पढ़िए:- आंखों के रोशनी बढ़ाने के लिए अचूक नुस्खे
थकान महसूस होना:-
Feeling tired: -
अधिक फोन के इस्तेमाल से शरीर की 70% पानी का कुछ भाग मोबाइल रेडिएशन के कारण सूख जाता है इस कारण से आपको हर समय थकान महसूस होता है इसलिए आप मोबाइल को अपने बॉडी के संपर्क से दूर रखें जिस कारण आपकी शरीर में 70% पानी रहेगा मोबाइल रेडिएशन आपके शरीर के पानी को सोख नहीं पायेगा।
जिस कारण आप को थकान जैसे दिखते महसूस नहीं होगी।
नींद पूरी नहीं होना:-
Sleep is not complete: -
आप अधिक समय तक फोन इस्तेमाल करने से आपकी नींद पूरी नहीं हो पाती। इसलिए आप चिड़चिड़ापन का शिकार हो जाते हैं और आपको नींद न लगने की बीमारी होने लगती है इसलिए आप जहां तक हो सके मोबाइल फोन का कम इस्तेमाल कीजिए।
जोड़ों में दर्द:-
Joint pain:
मोबाइल रेडिएशन के कारण आपके जोड़ों में दर्द सोना स्टार्ट हो जाता है क्योंकि मोबाइल रेडिएशन के कारण प्रकाश प्रकार का विद्युत चुंबकीय तरंग उत्पन्न करता है जिस कारण से आपके शरीर में 70% पानी को सूखना स्टार्ट कर देता है इसलिए आपके जोड़ों में दर्द होना आम बात है।
कैंसर होना:-
Cancer:
स्मार्टफोन जितना हमे साफ दिखाई देता है अक्सर वह वह इतना साफ नहीं होता क्योंकि हमारे स्मार्ट फोन पर काफी छोटे आकार के कीटाणु पाए जाते हैं जो हमें अनेक प्रकार के कैंसर या अनेक प्रकार के बीमारी का कारण बनते हैं हमें अपने बॉडी के संपर्क में रखने पर हमारे शरीर से चिपक कर कैंसर का निर्माण करते हैं इसलिए हमें स्मार्टफोन अपने बॉडी/शरीर के संपर्क से दूर रखना चाहिए।
नोमोफोबिया:-
Nomophobia
नोमोफोबिया एक प्रकार का बीमारी होता है जिसमें हमें किसी ना किसी प्रकार का भ्रम बन जाता है हमें कई बार ऐसा लगने लगता है कि फो साइलेंट में होने के बाद भी बज रहा हो या आपका फोन में एयर फोन लगा हो या आपका फोन स्विच ऑफ सो इस प्रकार के प्रॉब्लम पैदा कर देता है जिसे नोमोफोबिया कहते हैं यह एक प्रकार का अधिक फोन का इस्तेमाल करने से होने वाला बीमारी है।
ब्रेन ट्यूमर:-
Brain tumor:
अगर आप हर रोज आधे घंटे से या उस से अधिक फोन इस्तेमाल करते हैं तो आप लोग लोग ब्रेन ट्यूमर के शिकार बन सकते हैं इंटरफोन स्टडी में कहा गया है कि अगर यदि आप हर रोज आधे घंटे से अधिक फोन इस्तेमाल करते हैं तो आप को 200 से 400 फ़ीसदी तक ब्रेन ट्यूमर होने की आशंका बढ़ जाती है।
इसे भी पढ़िए:- आप कोलगेट से ब्रश करते हैं तो आप की जान को खतरा है।
इस प्रकार की बीमारी से बचने के उपाय:-
1)आप जहां तक हो सके कम से कम फोन इस्तेमाल कीजिए।
2)आप अपने फोन को अपनी बॉडी के संपर्क से दूर रखें।
3) आप रात को या दिन में सोते समय अपने फोन को अपने तकिए के नीचे रखकर ना सोएं।
4) फोन से बात करते समय हमेशा ईयर फोन लगाकर बात करें।
5) महिलाएं अपनी smartphone को पर्स में रख सकते हैं। पुरुष अपने पेंट की जेब में रख सकते हैं या जहां तक हो सके हाथ में ही रखें।
6) अगर आप चाहते हैं मोबाइल से निकल रहे मोबाइल रेडिएशन से किसी प्रकार का शरीर पर प्रभाव ना पड़े तो आप मार्केट से एक प्रकार के एंटी रेडिएशन सीख ले सकते हैं और अपने बॉडी के संपर्क में रख सकते हैं इससे मोबाइल से निकल रहे हैं मोबाइल रेडिएशन आपके शरीर पर किसी प्रकार का दुष्प्रभाव नहीं डालेगा या आप नीचे लिंक से ऑनलाइन अमेजॉन से ऑर्डर कर सकते हैं।
ये आपको काफी कम प्राइस में मिल जाएगा।
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मुझे आशा है कि यह मेरा दोस्त आप लोगों को बहुत है हेल्पफुल होगा आप मेरे पोस्ट को अपने दोस्तों रिश्तेदारों में शेयर कीजिए।
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